धोलपुर- कोटरा गाँव में हैंडपंप को लेकर उठे विवाद ने कई मासूम लोगो की जान लेली. सुचना मिलते ही धोलपुर पुलिस सक्थे में रह गई. बताया जा रहा है की ग्राम पंचायत कोटरा के सरपंच हरी सिंह ने विधायक कोटे से हैंडपंप जरी करवाया था, किन्तु ज़मीन में खुदाई की समस्यस के चलते हैंडपंप की खुदाई का काम गाँव के दुसरे छोर में होने लगा. दूसरी छोर के सम्रध परिवार के मुखिया के ये दावा करने पर की ये हैंडपंप उसने लगवाया है सरपंच और मुखिया में तनाव की स्थथी पैदा हो गई. कुछ समय बाद इसी रंजीश के चलते सरपंच ने दुसरे परिवार के चार लोगों की गोली मारकर हत्या करदी. और कुछ ही दिनों बाद इस घटना के दो आँखों देखे गवाह की हत्या करदी. चार महीने बाद उसी पक्ष ने सरपंच के परिवार के तीन सदस्यों की हत्या उस वक़्त करदी जब वोह सों रहे थे. इस बार घटना से आहात होकर सरपंच ने मुखिया परिवार के चार लोगो की हत्या की जिसमे एक कुख्यात डकैत धुवाराम भी शामिल था. लगातार हो रही इन हत्याओं के दौरान पुलिस से मुठभेड़ में सरपंच का लड़का मारा गया एवं दुसरे पक्ष के धुवाराम का पुत्र अपनी माँ को लेकर फरार हो गया. सुनने में आया है की धुवाराम का पुत्र अपने पिता की हत्या का बदला लेने का ऐलान कर चूका है और अभी किसी गुप्त स्थान में सुरक्षित छुपा बैठा है. पुलिस की खोजबीन
जारी है मगर अभीं तक धुवाराम के पुत्र का पता नहीं लग पाया है. गुर्जर समाज में कहा जाता है की किसी भी रंजीश का बदला वोह 12 साल में लेते हैं मगर यह रंजीश तो 12 साल से भी ज्यादा समय ले चुकी है. सरपंच हरी सिंह के परिवार में मात्र एक लड़का बचा है जो की गुडगाँव में शिक्षक के तौर पर कार्यरत है. एक छोटी सी घमंड की बात न जाने कितने मासूमो की जान ले चुकी है और अभी भी ये सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है......
Apr 5, 2010
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