Apr 4, 2010

Amazing trends of Criminal World!!!

अपराध की जड़ो को पनपने के लिए क्या किसी देवी के आशीर्वाद की जरुरत है? जी हाँ धोलपुर जिले में किये गए एक सर्वे के दौरान यह पता चला है की अपराध की दुनिया में कदम रखने से पहले देवताओं के चरणों में प्रसाद चदय जाता है. धोलपुर से २८ किलोमीटर दूर बादी तहसील में स्थापित बाबु महाराज के मंदिर में प्रसाद चढ़कर डाकू बनने का रिवाज़ सामने आया है. कहा जाता है की बाबु महाराज के मंदिर में भूरा चीनी चढ़ाकर नए दकोइत का स्वागत किया जाता है और मंदिर की दीवारों पर उसका नाम लिखा जाता है. धोलपुर जिले में दकोइतो का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. डकैती, फिरोती, अपहरण जैसे मामले अक्सर सामने आते हैं. डकैती की बढती तादात से धोलपुर, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश एवं करौली क्षेत्र के इलाके प्रभावित हैं. रात के वक़्त यात्रा करना या घरो से बहार निकलना मुश्किल हो गया है. धोलपुर के पुलिस अधीक्षक विजेंद्र बदरी ने बताया की दकोइत mitti में hue pani के katao में cheep jate हैं. जिसकी वजह से उन्हें पकड़ना मुश्किल हो जाता है. दकोइत एक से दुसरे स्थान पर पलायन करते रहते हैं. धोलपुर क्षत्र में गुर्जर मीना और कुशवाह जातींया हैं जो की पिछड़े वर्ग में आती हैं और जीवन यापन के लिए डकैती और चोरियों का सहारा लेती है. गत ३ वर्षों से पुलिस ने कुख्यात डकैतों को पकड़ कर अपराध के आंकड़ों में गिरावट लाइ है. कुछ डकैत जैसे जगान गुर्जर, बंटी गुर्जर, राजकुमार ठाकुर, रामनिवास मीना, नाख्रम गुर्जर जैसे डकैतो को पुलिस ने गिरफ्त में किया है. कुशवाह जाती के डकैत सेपू, माटिया, बाड़ी और राजखेरा जैसे इलाको में अपनी पकड़ जमाये हुए है. वैसे उनका मुख्या रोजगार खेती बाड़ी है और रात के अंधेरों में ये लोग डकैती लूटमार जैसी संगीन वारदातों को अंजाम देते हैं. कुशवाह जाती का मुख्या नेता गोपाल काशी है. गुर्जर और मीना डकैती के साथ साथ तस्करी और देह व्यापार जैसे अपराधों में भी लिप्त रहते हैं. ए.एस.पी. भंवर सिंह ने बताया की आर्थिक स्थिथि कमजोर होने की वजह से और बदला लेने की भावना यह लोग डकैत बनते हैं. पिछले ३ सालों में अब तक 86 से ज्यादा हत्याएं की गई हैं और 200 से ज्यादा अपहरण किये गए हैं.

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